Home Politics पायलट ने मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन प्रकिया पर उठाए सवाल

पायलट ने मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन प्रकिया पर उठाए सवाल

टोंक विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आए सचिन पायलट ने मुख्य चुनाव आयुक्त के चयन प्रकिया पर सवाल उठाए हैं. पायलट ने पूछा कि आखिर सीईसी के चयन प्रकिया में चीफ जस्टिस को हटाकर मंत्री को शामिल क्यों किया.

 

जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस पदाधिकारियों ने पायलट का स्वागत किया. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पायलट ने बिहार चुनाव को लेकर कहा कि राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा का कल पटना में समापन होगा. वोट चोरी का नारा हम जन जन तक पहुंचा रहे हैं. पायलट ने कहा कि हम सवाल निर्वाचन आयोग से करते हैं और जवाब बीजेपी प्रवक्ता देते हैं. वोट चोरी को लेकर चुनाव आयोग के वोटर लिस्ट देने से इनकार करने पर भी पायलट ने सवाल उठाए.

 

पायलट ने पूछा कि किस चोरी को छुपाने के लिए वोटर लिस्ट नहीं दे रहा है. पोलिंग बूथ की वीडियो रिकॉर्डिंग खत्म करने का जवाब नहीं दिया जा रहा है. SIR के नाम पर वोटिंग लिस्ट से नाम काटे जा रहे हैं. लोगों की शंकाओं को मिटाने का काम निर्वाचन आयोग का है. वोट देना आम वोटर का संवैधानिक अधिकार है और इसे छिनने का काम हम बर्दास्त नहीं करेंगे.

पायलट ने कहा कि लोकतंत्र में जनता का खौफ होना जरूरी है. समय बदलेगा तब सबकी जवाबदेही तय होगी. लाखों लोगों के नाम काट रहे. हम इसके खिलाफ हैं.

 

पायलट ने कहा कि RPSC में भ्रष्टाचार आज भी कायम.. नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का अधिकार किसी को नहीं… साबित हो गया पेपर लीक हुआ, कोर्ट का आदेश स्पष्ट है.. सरकार ने पौने दो साल में क्या किया.. चुनाव के समय वादे किए.. लेकिन क्या हुआ..

पायलट ने कहा कि कोर्ट का आर्डर कोई पढ़ लेगा तो कोई आंशका बचती नहीं है.. अगर ये साबित हो गया कि गड़बड़ी हुई है.. कोर्ट का आर्डर स्पष्ट है, मेंबर के नाम लिखकर कहा कि ये लोग संदिग्ध है.. पायलट ने पूछा- पौने दो साल में सरकार ने क्या किया.. कमेटी बना दी सब कमेटी बना दी, फिर कोर्ट में पलट गये.. कोर्ट का आदेश है इसके बाद कुछ कहने को बचा नहीं..

 

पायलट ने कहा कि श्रेय लेने की होड़ चारों तरफ दिखाई दे रही है.. RPSC में जो कमियां थी उसका मैंने उल्लेख किया.. जो ये गंगोत्री है, जहां से परीक्षा ली जाती है वहीं भ्रष्टाचार हो रहा है.. अब तो कोर्ट का जजमेंट भी आया है.. ये इस सरकार के मुंह पर तमाचा है.. सरकार ने पौने 2 साल क्या किया,

अगर गड़बड़ियां है तो मैंने पहले भी कहा RPSC का पुनर्गठन हो.. UPSC की तर्ज पर RPSC का गठन होना चाहिए… नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है….

 

 

 

 

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